माता मदानन मसानी साधना

माता मदानन मसानी साधना

>>>तंत्र विद्या सीखने की इच्छा रखने वाले संपर्क करें :-
>सुलेमानी साधनाएं(जिन्नात,लख दाता पीर,परी साधना)
>बंधी हुई चौंकी और सवारी खुलवाने की साधना
>पंचांगुली साधना(भूत,वर्तमान,भविष्य जानने के लिए)
>उग्र चण्डी और कुल देवी प्रसन्न करने की साधना
>10 महाविद्या(महाकाली - दक्षिण काली, श्मशान काली,कामकला काली, डॉट काली, भद्रकाली काली)
>(मां तारा,षोडशी,भुवनेश्वरी, छिन्मस्तिका, त्रिपुरभैरवी, धूमावती,बगलामुखी,मातंगी,कमला) >मां चामुंडा साधना
>52बीर(बाबा सबल सिंह बाबरी, नाहर सिंह,गोगा बीर)
>शिव साधना/महाकाल साधना/अघोर पुरुष साधना
>कोर्ट-कचहरी मुकदमे ब शत्रु पर विजय पाने हेतु साधना
(माता मदानन,बीर मसानी, सर्व मसानी, मां प्रत्यंगरी)
>भैरव साधना(क्रोध,बटुक और काल भैरव साधना)
>सर्व वशीकरण और आंखो द्वारा वशीकरण साधना
>अष्टलक्ष्मी और पंचपुखी हनुमान जी की साधना
>64 योगिनी,सर्व अप्सरा ब सर्व यक्षिणी साधना
>गुरु गोरखनाथ ब नाथपंथी साधनाएं, कर्ण पिशाचनी
>मां कामख्या,चामुंडा,महादुर्गा, मां भगवती साधना
>महासरस्वती साधना (बुद्धि ब ज्ञान शक्ति बड़ाने,सुंदर गुण,संगीत कला में सफलता और भाग्य बदलने हेतु)
>व्यापार वृद्धि,रोजगार,नोकरी पाने ब सफलता हेतु साध
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मसान सिद्ध,52 बीर,64 योगिनी, ब 10 महाविद्या सिद्ध अनुभवी गुरुओं द्वारा कार्य ब साधनाएं करवाई जाती है।
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>>>>>>>>माता मदानन मसानी साधना<<<<<<<<<<
जब आप मदानन माता साधना करते है। तो आप बहुत सी शक्तियों के स्वामी होंगे। क्योंकि मदानन माई बहुत मायावी शक्तियों से भरपूर है।
>मसानिया इस धरती पर है जिसे शमशानी यक्षिणी भी कहते है।उन मसानी देवियों में 360 प्रकार की मसानी मुख्य मानी जाती है।
>वीर मसानी की पूजा युद्ध में जाने से पहले की जाती है या शत्रुओं को परास्त करने के लिए की जाती है!इनका प्रयोग करने से राजनीति में तरक्की मिलती है यदि शत्रु पर इसका प्रयोग कर दिया जाये तो उसका सर्वनाश कर देती है।
>गूंगड़ मसानी का प्रयोग जल्दी किसी की पकड़ में नहीं आता अक्सर आपने देखा होगा की किसी मजार या पवित्र स्थान मंदिर आदि में जाकर पीड़ित व्यक्ति पर भूत-प्रेत आदि की सवारी आ जाती है और वो अपने बारे में सब कुछ बता देती है,पर गूंगड़ मसानी अपने वचन की पक्की होती है वो गूंगी बनकर बैठी रहती है अपना भेद कभी जाहिर नहीं करती फिर चाहे उस पर खवाजा पीर या नाहरसिंह वीर ही क्यों न लगाया जाये।
>सेडला मसानी को यदि किसी पर लगा दिया जाये तो एक हफ्ते के अन्दर अगर उस आदमी ने अपना उपाय न किया तो उसकी कब्ज होने से पेट फूलकर मौत हो जाएगी।
>यह सभी देविया माता मदानण की सेविकाएँ है।
>किसी भी देवी का चढ़ावा माता मदानण ले सकती है पर मदानण का चढ़ावा कोई नहीं ले सकता। माता मदानण को सभी देवियों की रानी है। माता मदानण दयावान है कठोर तो माता अपने भक्त के शत्रुओं पर ही होती है!
मन्त्र इस प्रकार है:-
मदान चगान दी रानी चौ कुंठा दी रानी जरग खेड़े दी रानी कुराली खेड़े दी रानी शांति सरूप हो माँ!
विधि :-
>इस मन्त्र को धुप अगरवती जलाकर रात के समय हररोज 2 घंटे जपे।
>यह क्रिया 41 दिन करे मन्त्र सिद्ध हो जायेगा रोज़ाना 5 माला जाप करना है।
>पहले दिन और आखरी दिन दो लड्डू और एक अंडा उजाड़ स्थान में रख आये और पीछे मुड़कर न देखे।
>पहले दिन से लेकर
>रात्रि 10 बजे के बाद साधना आरम्भ करे। रोज़ाना इसी समय साधना करनी है। इसे आपको साधना मे जल्द सिद्धि प्राप्त होगी।
साधना का फल:-
>इनकी साधना करने से आपके पास किसी भी वस्तु की कमी नही रहेगी।
>वह आप लोगों का भला कर सकते है।
>बड़े से बड़े तंत्र मंत्र व जादू टोने को चुटकी भर मे काट सकते है।
>आपके घर मे किसी भी तरह की बुरी शक्ति प्रवेश नही कर सकती।
>इसके अतिरिक्त आपके घर मे धन धान्य की कमी नही रहेगी।
>>मदानन माता साधना सामग्री:-
1. लकड़ी की चौंकी, या फिर ईंटों से भी आसन बना सकते है।
2. लाल रंग का कपड़ा सवा दो मीटर, या फिर कोई भी साफ सुथरी चादर भी ले सकते है।
3. एक थाली , सरसो के तेल का दिपक।
4. मदानन माता का चित्र, इसके अतिरिक्त अन्य किसी भी देवी का चित्र ले सकते है।
5. चार लड्डू , मिट्ठा पान, लौंग का जोड़ा।
6. एक सरसों के तेल का दिपक भैरों बाबा का।
7धूप, अगरबत्ती, पानी का कलश, पानी वाला नारियल ।
8. माता की चुनरी, सिंगार व फूल।
साधना के नियम व परहेज:-
1. ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करें।
2.मांस मछली व मदिरा पान से दूर रहे अगर हो सके तो।
3. किसी की चुगली निंदा न करे।
4. अपने माता पिता का सम्मान करे।
5. अपनी पत्नी पर हाथ न उठाये व आदर करे।
6. धूम्रपान न करे और करने वालो से दूर रहे।
7. प्याज लहसुन का सेवन न करे।
8. कन्या देवियों का आदर व पूजन करे।
9. देवियों का आदर व पूजन करे।
10. पर स्त्री कर साथ संबंध न बनाए
11. क्रोध न करे व अपने मन को साफ रखे।
12. किसी भी स्त्री को बुरी दृष्टि से न देखे।
मदानन साधना मे शीध्र सफलता के उपाय
1. साधना आरम्भ करने से पूर्व गणेश भगवान का पूजन अवश्य करें।
2. साधना आरम्भ करने से पूर्व संकल्प करें।
3. अपने पित्तर देवता का पूजन व ध्यान करें।
4. अपने कुल देवी देवताओं का पूजन व ध्यान भी अवश्य करें।
5. नगर खेड़े का भी ध्यान करें।
6. साधना करने से पहले अपनी सुरक्षा का ध्यान जरूर रखे।
7. साधना शुरु करने से पहले गुरु पूजन व गुरु मंत्र का‌ जाप‌ करें।
8. दोस्तों अगर आप कोई भी साधना करना चाहते है। बिना गुरु के न करें। आपके पास गुरु मंत्रा होना बहुत जरूरी है।
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> बहुत ही जरूरी और ध्यान देने योग्य बातें जरूर पड़े<
>साधना में गुरु का महत्व : –मंत्र साधना केबल योग्य गुरु जी की निगरानी में ही करें अन्यथा परिणाम घातक हो सकते है।
>साधना चाहे कोई भी हो शाबर मंत्र की या फिर वैदिक मंत्र की , गुरु का साथ आपको अतिशीघ्र साधना में सफलता दिलाता है | साधक द्वारा गुरु के द्वारा दिए गये मंत्र को ही सिद्ध करना चाहिए | साधना में आने वाली हर अड़चन गुरु के आशीर्वाद द्वारा आसानी से दूर हो जाती है।आपके गुरु का उचित मार्गदर्शन किसी भी कठिन साधना में होने वाले नुकसान से आपको बचाता है | साधना काल में प्राप्त होने वाली उर्जा को उचित दिशा देना बहुत जरुरी हो जाता है और ऐसा गुरु के सानिध्य में ही संभव हो सकता है |
>विशेष आग्रह:- साधना का चयन कृपया सोच समझ कर ही करें, इंटरनेट पर बहुत सारी साधनाए उपलब्ध है जिसमे मंत्र साधना, विधान बता रखा है,पर ऐसे कोई सिद्धि प्राप्त हो ही नहीं सकती।
>पर रोना तो यही है की हमारे बार बार समझाने के बाबजूद लोग किताब पढ़कर अथवा इण्टनेट व अन्य साधनों से सिद्धियां मंत्र जाप करने की कोशिश कर रहे है, तो उनका नुकसान ही होगा, क्योंकि उनको यह नहीं पता कि समय आपको देख रहा होता है जैसे एक शिकारी शेर की तरह घात लगाकर बैठा हुआ होता है, जैसे ही आप उसके पकड़ क्षेत्र में प्रवेश करते हो आपको झट से झपट कर धर दबोचता है। इसी तरह नेगेटिव पावर्स अपको दबोचती है इसीलिए नेगेटिव पावर्स को रोकने हेतु देह रक्षा मंत्र, दिशा बंधन मंत्र, आसन सिद्ध ब किलन मंत्र करना जरूरी होता है।
>फिर लोग बताते हैं कि डर लगता है कुछ न कुछ दिखाई देता हैं और चीखों की आबाज सुनाई देती है क्या होता है, कैसे होता है ये नेगेटिव पावर्स के कारण ही होता है? अपने अन्दर का कुछ नहीं पता क्योंकि वहाँ अपको जादूगर और साधक बनने की इच्छा / लालसा लगी रही होती हैं।और सभी सिद्धियां वशीकरण, सम्मोहन, यक्षणी, अप्सरा साधना (और भी कई कुछ) उनको बुलाने के मन्त्र जो आपको इंटरनेट, किताबो, पीडीएफ से जो मुफ्त में बांटे जा रहे हैं और मित्रो कुछ लोगों को पैसे से खरीदे हुए माध्यम से और बिना गुरु के निर्देश से करोगे तो यही सिद्धियां करने की कोशिश अपको एक दिन पागल और बर्बाद तो करेगी ही बल्कि आपकी जान भी ले सकती है तो कृपया ऐसे कोई भी साधना मत करो।

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