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  """""""""""""""""""""""""""""""""""" भले ही कुछ समुदाय या धार्मिक लोग हमें कमतर मानते हैं, लेकिन 'नाथ-योगी' सबसे अच्छी कौम हैं और योगी समुदाय के रूप में हम दुनिया की सबसे बड़ी जाति हैं! महापुरुष शंकर देव स्वयं डेका गिरी वंश के योगी और महान शिव भक्त थे और उन्होंने स्वयं नाथगुरु गोपीनाथ का शिष्यत्व ग्रहण किया और नव-वैष्णव धर्म का पालन करने असम आए थे। एक शरण नाम-धर्म ही विश्व की उत्पत्ति है या सच्चा सनातनी नाथ-धर्म है। धोना, कथा, नागारा, डोबा, तम्बरू, खुमजुरी आदि। योगी समाज का योगदान है गुरु ने कुछ भक्ति गीत, प्रार्थना आदि जोड़े हैं। लाखों वर्ष पूर्व से योगी समाज में अपने सृजन में। गुरु के निर्देश पर मथुरा नाथ बुद्ध "सांकरी पग" के रूप में जीते ! सम्मानित 'बृन्दाबानी वस्त्र', पट-मुगा वस्त्र आदि असमिया समाज में पुत्र नाथ-योगियों की रचना है। हमें भी 'खर खाने वाला असमिया' कहते

shiv mandir mandebari

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shiv mandir maddebari  shiv kheda mandir mandebari shiv mandir mandebari shiv mandir mandebri शिव मंदिर मंडेबरी  shiv mandir mandebari karan jogi mandebari

शिव खेड़ा मंदिर मंडेबरी

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shiv mandir mandebari शिव  मंदिर मंडेबरी  शिव  खेड़ा मंदिर मंडेबरी  खेड़ा मंदिर मंडेबरी  shiv kheda mandir mandebari kheda baba mandir mandebari शिव रात्रि जागरण  //शिव  खेड़ा मंदिर मंडेबरी // शिव रात्रि को (एक मार्च )को आप सभी आमंत्रित है हर हर महादेव  https://goo.gl/maps/iHaBJYhXsQTe1BK69
  मंगलवार को हनुमान जी की पूजा से मिलती है समस्त दुखों से मुक्ति मंगलवार और शनिवार बजरंगबली के दिन माने जाते हैं। मान्यता है कि मंगलवार को हनुमान जी का खास पूजन करने से बहुत लाभ होते हैं। 1. अगर प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी का सिंदूर से पूजन किया जाए तो समस्त दुखों से मुक्ति मिलती है। 2. हनुमान जी एक ऐसे देवता हैं जिनकी पूजा में सावधानी बहुत जरूरी है। मंगलवार को अगर सुबह बरगद के पेड़ के एक पत्ते को तोड़कर गंगा जल से धो कर हनुमान जी को अर्पित करें तो धन की आवक बढ़ती है। आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है। 3. मंगलवार को पान का बीड़ा नियम से चढ़ाया जाए तो रोजगार के रास्ते खुलते हैं। नौकरीपेशा को प्रमोशन के अवसर मिलते हैं। 4. मंगलवार को शाम के समय हनुमान जी को केवड़े का इत्र एवं गुलाब की माला चढ़ाएं और कोशिश करें कि स्वयं लाल रंग के वस्त्र पहनें। धन के लिए हनुमान जी को प्रसन्न करने का यह सबसे सरल उपाय है। 5. मंगलवार के दिन शाम को व्रत करके बूंदी के लड्डू या बूंदी का प्रसाद बांटें। इससे संतान संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। 6. इस दिन हनुमान जी के पैरों में फिटकरी रखने से बुरे सपनों से पीछा छूट जाता ह

हयग्रीव अवतार की कथा

  हयग्रीव अवतार की कथा :------ ऋषि बोले — हे सूत जी ! आप के यह आश्चर्यजनक वचन सुन कर हम सब के मन में अत्याधिक संदेह हो रहा हे. सब के स्वामी श्री जनार्धन माधव का सिर उनके शरीर से अलग हो गया !! और उस के बाद वे हयग्रीव कहलाये गये – अश्व मुख वाले . आह ! इस से अधिक और आश्चर्यजनक क्या हो सकता हे. जिनकी वेद भी प्रशंसा करते हैं, देवता भी जिसपर निर्भर हैं, जो सभी कारणों के भी कारण हैं, आदिदेव जगन्नाथ, आह ! यह कैसे हुआ कि उनका भी सिर कट गया ! हे परम बुद्धिमान ! इस वृत्तांत का विस्तार से वर्णन कीजिये. सूत जी बोले — हे मुनियों, देवों के देव, परम शक्तिशाली, विष्णु के महान कृत्य को ध्यान से सुनें. एक समय की बात है। हयग्रीव नाम का एक परम पराक्रमी दैत्य हुआ। उसने सरस्वती नदी के तट पर जाकर भगवती महामाया की प्रसन्नता के लिए बड़ी कठोर तपस्या की। वह बहुत दिनों तक बिना कुछ खाए भगवती के मायाबीज एकाक्षर महामंत्र का जाप करता रहा। उसकी इंद्रियां उसके वश में हो चुकी थीं। सभी भोगों का उसने त्याग कर दिया था। उसकी कठिन तपस्या से प्रसन्न होकर भगवती ने उसे तामसी शक्ति के रूप में दर्शन दिया। भगवती महामाया ने उससे कहा

माता मदानन मसानी साधना

माता मदानन मसानी साधना >>>तंत्र विद्या सीखने की इच्छा रखने वाले संपर्क करें :- >सुलेमानी साधनाएं(जिन्नात,लख दाता पीर,परी साधना) >बंधी हुई चौंकी और सवारी खुलवाने की साधना >पंचांगुली साधना(भूत,वर्तमान,भविष्य जानने के लिए) >उग्र चण्डी और कुल देवी प्रसन्न करने की साधना >10 महाविद्या(महाकाली - दक्षिण काली, श्मशान काली,कामकला काली, डॉट काली, भद्रकाली काली) >(मां तारा,षोडशी,भुवनेश्वरी, छिन्मस्तिका, त्रिपुरभैरवी, धूमावती,बगलामुखी,मातंगी,कमला) >मां चामुंडा साधना >52बीर(बाबा सबल सिंह बाबरी, नाहर सिंह,गोगा बीर) >शिव साधना/महाकाल साधना/अघोर पुरुष साधना >कोर्ट-कचहरी मुकदमे ब शत्रु पर विजय पाने हेतु साधना (माता मदानन,बीर मसानी, सर्व मसानी, मां प्रत्यंगरी) >भैरव साधना(क्रोध,बटुक और काल भैरव साधना) >सर्व वशीकरण और आंखो द्वारा वशीकरण साधना >अष्टलक्ष्मी और पंचपुखी हनुमान जी की साधना >64 योगिनी,सर्व अप्सरा ब सर्व यक्षिणी साधना >गुरु गोरखनाथ ब नाथपंथी साधनाएं, कर्ण पिशाचनी >मां कामख्या,चामुंडा,महादुर्गा, मां भगवती साधना >महासरस्वती साधना (बुद्धि