हम सिर्फ नाथ योगी का उल्लेख कर रहे है गोस्वामी पद धारण करने वाले पुरे भारत मे रहते बंगाल के सभी नाथ योगी गोस्वामी देवनाथ पद है लगाते है नाम योगी है ब्रहामण नही है पिता से पुत्र की पहचान होती हैं न की मॉ से पिता शिव है जो जोगी है तो हम योगी है न की ब्रहामण क्योकी कुछ नाथ अपने को रूद्राज ब्राहमण बताते है माता सती पार्वती ब्रहामण पुत्री थी माता ब्रहामण थी पिता शिव योगी थे ब्रहामण नही ब्राहमण ब्रम्हा के वंशज है योगी शिव के बैरागी विष्णु के वंशज
है दशनामी संप्रदाय ब्रहामण शंकराचार्य जी शिष्य हुए
गोस्वामी नाथ देवनाथ योगी
क्षेत्र बंगाल असम उडिसा
डवरी गोसावी पद
क्षेत्र महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में डवरी गोसावी लगाते हैं अन्य जगह गोस्वामी ही लगाते हैं
योगी रावल पद
क्षेत्र गुजरात राजस्थान पंजाब व पाकिस्तान तक था
यह पद भगवान शिव अवतार लकुलिश से चला ये माता के उपासक है इन्हें देव स्वरुप माना जाता इसलिए गुजरात में रावल के साथ देव भी लगाया जाता इस पंथ में महाराणा प्रताप के पूर्वज बप्पा रावल भी दिक्षीत थे इसीलिए उनके वंशज क्षत्रिय भी रावल लगाते हैं
योगी राजगुरु पद
यह राजाऔ के गुरु रहै अब भी किसी राजकुमार का राजतिलक नाथ योगी ही करते है क्षेत्र राजस्थान मध्य प्रदेश
योगी उपाध्याय पद
यह मठ के संरक्षक आचार्य होते है गुरुकुल में अध्ययन का कार्य व मठ की देखरेख इनके हाथो में ही थी जब गोतम नाथ पंथ में दिक्षीत हुए नाम मिला बुद्ध नाथ इन्होन उपाध्याय को ही मठो गुरुकुल का भार सोपा था जब बुद्ध के शिष्यो ने उनके नाम से बोद्ध धर्म चलाया तो जो मठो के आचार्य जिनके कब्जे में मठ गुरुकुल थे ब्रहामण हो गये पर वो भी योगी थे इस कारण कुछ उपाध्याय ब्राहमण है जिनकी संख्या योगी उपाध्याय से बहुत कम एक प्रतिशत है
क्षेत्र उत्तर प्रदेश
योगी गोरखा पद
सस्त्र धारी योद्धा व राजा क्षेत्र नेपाल
योगी जंगम पद
क्षेत्र
कर्नाटक तमील
जिन्हें भगवान शिव ने जॉघ से उपजा तो जंगम कहलाए
योगी समाज के यह पद है जो अखंड भारत में निवास करती हैं और बहार नेपाल अफगानिस्तान पाकिस्तान सम्पूर्ण भारत में निवास करती थी बोद्ध धर्म की ८४ सिद्ध परंपरा नाथ योगीयो की ही है अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में आज भी राजमहल के सामने गोरख धुना है पाकिस्तान का जिला झेलम में एक पाहडी है जिसकी उचॉई ३२४२ फिट है वहा गोरक्षनाथ जी का मंदिर व धुना आज भी है विदेशो में भी नाथ अनुयायी है और गोरख धुने है
योगी उर्फ जोगी समाज सम्पूर्ण भारत व विदेश में भी है भारत में योगीयो की संख्या १८ करोड़ है जो अपने पद भी लगाती है और जो पद नही लगाते वो जोगी नाथ योगी लगाते है
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