साधक भगत की पात्रता

 पात्रता

जब साधक में पात्रता होती है तब वो स्वयं से सब कुछ प्राप्त कर लेता है। हम जिस भाव से साधना करते है शक्ति उसी के अनुसार हमारा तपोबल देखते हुए फल प्रदान करती है।

मान लिजिए आपको शिव ध्यान साधना के दौरान स्वप्न में 2 लड्डू दिखे अब आपको यह जाना होगा उन लड्डू को भोग में देना है या हवन में देना है स्वयं खाना है या दान देना है क्युकी जब तक आप उस संकेत को समझो गए नहीं पूर्ण नहीं करो गए आगे नही बढ़ सकते शक्ति ने संकेत दे दिया अब यदि आपका तपोबल होगा तो आप उस स्वप्न का अर्थ निकाल सकते हो नहीं तो किसी ऐसे साधक को ढूंढे जो आपका सही मार्गदर्शन करे।
पात्रता कैसे बढ़ाई जाए बार बार अपने इष्ट की साधना करे जप की संख्या बढ़ाए हवन आहुति की मालाएं बढ़ाएं आसान पर ज्यादा समय बिताए ज्यादा से ज्यादा शक्ति का नाम स्मरण करे जैसे जैसे तपोबल बढ़ेगा ऊर्जा बढ़ेगी पात्रता अपने आप विकसित होगी।
श्री नाथजी गुरुजी को
आदेश आदेश आदेश

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