भगवती साधना की दिक्कतें

 भगवती साधना की दिक्कतें

जब व्यक्ति भगवती की साधना में उतरता है मान लो शतनाम कर रहा या किसी मंत्र का जप कर रहा है तो उसके पास शक्ति आना शुरू हो जाती है जैसे ही 1000 पाठ से ऊपर चलता है या सबालाख मन्त्र होते ही।
अब समस्या यही से उत्पन्न होना शुरू होती है
1 अगर आपके गुरु न हुए मन्त्र जप करने लगे तो आपकी ऊर्जा चुराने बाले और आपको दंडित करने बाले आ जाते जो दिक्क्त करते।
2.अगर आपका दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में कर रहे तो ग्रह नक्षत्र न चाहे की आप साधना करो और पापों से मुक्ति हो जाये तो बो आपको किसी प्रकार से रोकने की कोशिश करते है।
3 यदि आप डटे रहे तब आपके घर मे उपस्थित प्रेत भागेंगे कुछ दम भी दिखा सकते आपको पीड़ा दे के लड़ाई करा के बीमार करके।
4 अगर आप पे या आपके परिवार पे कोई प्रयोग हुआ था कभी भी जिसका निपटारा न हुआ हो आपको पता न हो बो भी सामने आएगा निपटारा होगा।
5.आपके पुरखे चले आते कुलदेव कूलदेवी चली आती की भैया हमारे लिए करो
6 आपके आस पास की शक्तियां क्षेत्रपाल भी आशा रखते हमे भी कुछ मिले।
7 इन सब से साधक परेशान हो जाता है की रिजल्ट न मिल रहा परेशानी बढ़ रही लेकिन भाई ये आपका पुराना लेजर है जन्मों का पुरखो का सब खाते बन्द तो करना ही होगा सबको निपटना तो होगा ही नहीं करोगे तो आगे भोगना होगा और एभी भी भोग तो रहे ही हो कब तक सेटलमेंट से काम चलाओगे कब तक टूटी दीवारों पे पोस्टर चपकाओगे कभी तो मरमत करानी ही होगी। इसी लिए जमे रहो
जब हजारों वर्ष कुदरत अपनी बेनूरी पे रोती है
तब चमन में होता दीदाबर पैदा।
आप बहिं है समस्त खाते बन्द करे आगे बढ़े न भगवती आपको हारने देगी न आपको जीवन मे भोग की कमी होगी।
ये मार्ग वीरों का है योद्धाओं का
जय जय माँ

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