श्री कपीलनाथजी महाराज ।

 श्री कपीलनाथजी महाराज ।

ये दत्तात्रैय जी के सगे मामा जी हे ।जिनहोने नाथसंप्रदाय मे योगगुरू जगतपिता गोरक्षनाथजी महाराज से गुरूदिक्षा लेकर नाथ पंथ मे कपलानी पंथ की स्थापना की।जब दत्त्तात्रैयजी अपनी माता अनुशूईया जी के गर्भ मे थे ।तब ये जगदगुरू गोरक्षनाथजी महाराज के शिष्य थे ।ओर सागर से रास्ता मागकर योगध्यान किया ओर अपने नाथपंथ को आगे बडाया ।ओम शिव गोरक्षआदेश नाथजी गुरूजी को आदेश ।जय हो श्री कपीलनाथजी महाराज की आदेश ।अलखनिरंजन आदेश ।मत पडो चक्कर मे ।कोई नही हे अलख आदेश की टक्कर मे ।ओम शिवगोरक्ष ।

Comments

Popular posts from this blog

सर्वार्थ सिद्धि योग क्या है

माता मदानन मसानी साधना

सिद्धि-चण्डी महा-विद्या सहस्राक्षर मन्त्र ।